सिद्ध श्री बगलामुखी कवच - 5 मुखी रुद्राक्ष लॉकेट के साथ
₹ 690 / Piece
₹ 1,990
65%
Benefits:
- शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है
- विपत्तियों और शत्रुओं से मुक्ति
- मनपसंद जॉब पाने के लिए जरूर धारण करे
- धन के इच्छुक को धन
- कवच अपने भक्तों के कष्टों को दूर करता है
Spiritual Growth
Trusted By 25000+ Happy Customers ❤️ | ऊँ नम: सर्वांगं श्री बगलामुखी देवता |
माता बगलामुखी कवच
माँ बगलामुखी के इस कवच से सर्व मनोवांछित कार्य अपने आप सिद्ध होने लगते हैं सच्चे मन से एक बार धारण करें माँ बगलामुखी कवच

आज के समय में लोग भय कर्ज रोग मुकदमा शत्रु एवं ग्रहों के प्रभाव से ग्रसित होकर सदैव चिंतिन रहते हैं और इनसे मुक्ति के लिए नाना प्रकार के पूजा पाठ प्रयोग तंत्र मंत्र आदि का सहारा लेते हैं पर कोई लाभ नहीं होता है और धर्म से उनका विश्वाश उठ जाता है |
माँ बगलामुखी मंदिर द्वारा उपरोक्त समस्यांओं से निवारण के लिए बगला प्रत्यंगिरा कवच मन्त्र को 151000 जाप तर्पण मार्जन हवन करके सिद्ध किया गया है पुरे ब्रह्माण्ड की संचालिका माता बगलामुखी हैं इनके द्वारा ही समस्त ग्रह नक्षत्र तारा गण और 33 करोड़ देवी देवता अपने अपने कार्यों में लगे हैं जब मनुष्य का बहुत ही अच्छा समय आता है तो माँ बगलामुखी के बारे में उसे पता चलता है माँ के नाम लेने मात्र से बड़ी से बड़ी विपदा समाप्त हो जाती है माँ बगलामुखी अति शीघ्र प्रभाव दिखती हैं | आपके कल्याण के लिए और जीवन में आश्चर्यजनक बदलाव के लिए ही मंदिर द्वारा यह कवच तैयार किया गया है

श्री बगलामुखी कवच में माँ बगलामुखी की स्तुति की गई है। माता बगलामुखी दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या हैं। सम्पूर्ण सृष्टि में जो भी तरंग है वो इन्हीं की वजह से है। यह भगवती पार्वती का उग्र स्वरूप है। ये भोग और मोक्ष दोनों प्रदान करने वाली देवी है इनकी आराधना के पूर्व हरिद्रा गणपती की आराधना अवश्य करनी चाहिये। इनका प्रकाट्य स्थल गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में माना जाता है।
हल्दी रंग के जल से इनका प्रकट होना बताया जाता है। हल्दी का रंग पीला होने से इन्हें पीताम्बरा देवी भी कहते हैं। इनके कई स्वरूप हैं। देवी को बगलामुखी, पीताम्बरा, बगला, वल्गामुखी, वगलामुखी, ब्रह्मास्त्र विद्या आदि नामों से भी जाना जाता है। इस महाविद्या की उपासना रात्रि काल में करने से विशेष सिद्धि की प्राप्ति होती है। इनके भैरव महाकाल हैं।
जिह्ववां कीलय, बुद्धि विनाशय, ह्रीं ॐ स्वाहा”
मां बगलामुखी के इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए। ऐसा करने से मां बगलामुखी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों के सभी कष्ट दूर करती हैं।
